
वेजाइनल यीस्ट इंफेक्शन
एक आम लेकिन इलाज़ योग्य समस्या, इसके लक्षण, कारण, इलाज और बचाव के तरीके जाने
वेजाइनल यीस्ट इंफेक्शन क्या है
- यह एक फंगल ओवरग्रथ है जो वेजाइना में होता है
- इसे वेजाइनल कैंडिडायसिस भी कहा जाता है
- बैक्टीरियल इन्फेक्शन के बाद यह दूसरा सबसे आम इन्फेक्शन है
- हर साल लगभग 14 लाख लोग इसके इलाज के लिए डॉक्टर से मिलते हैं
इसके आम लक्षण
- योनि और वल्वा के आसपास खुजली और जलन
- सफेद, दही जैसे गांठदार डिस्चार्ज या पानी जैसा डिस्चार्ज
- सेक्स या पेशाब के दौरान असहजता और दर्द
- गंभीर मामलों में लालिमा, सूजन और स्किन क्रैकिंग भी हो सकती है
इसके कारण और रिस्क फैक्टर
- Candida albicans नामक फंगस का बढ़ना
- प्रेग्नेंसी, डायबिटीज, हार्मोनल पिल्स, एंटीबायोटिक्स, स्ट्रेस और कमजोर इम्यूनिटी
- सुगंधित टैम्पोन, डूशिंग, और टाइट कपड़े भी रिस्क बढ़ा सकते हैं
इसका डायग्नोसिस कैसे होता है
- डॉक्टर आपके लक्षण पूछते और योनि की जाँच करते हैं
- डिस्चार्ज का सैंपल लेकर टेस्ट किया जाता है
- लक्षणों के आधार पर सही इलाज तय किया जाता है
इसका इलाज कैसे किया जाता है
- एंटीफंगल क्रीम या सपोसिटरी का इस्तेमाल
- कभी-कभी ओरल एंटीफंगल मेडिसिन जैसे फ्लूकोनाज़ोल दी जाती है
- इलाज आमतौर पर 1, 3 या 6 दिन चलता है, बार-बार होने पर लंबा इलाज हो सकता है
- कुछ ही दिनों में आराम महसूस होने लगता है
बचाव के आसान तरीके
- डॉक्टर की सलाह पर ही एंटीबायोटिक लें
- डूशिंग और सुगंधित प्रोडक्ट्स से बचें
- लंबे समय तक गीले कपड़े या स्विमसूट न पहनें
- ब्लड शुगर को कंट्रोल में रखें और आरामदायक कपड़े पहनें
किन स्थितियों पर ध्यान दें
- बार-बार इंफेक्शन होना किसी और बीमारी का संकेत हो सकता है जैसे डायबिटीज या HIV
- इनका समय पर इलाज और मैनेजमेंट जरूरी है
निष्कर्ष
वेजाइनल यीस्ट इंफेक्शन आम है और आमतौर पर आसानी से ठीक हो जाता है। सही पहचान, सही इलाज और थोड़ी सी सावधानी से आप दोबारा होने के खतरे को भी कम कर सकती हैं।
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