
माइग्रेन का निदान
जानिए माइग्रेन को पहचानने और सही इलाज पाने के महत्वपूर्ण चरण
माइग्रेन क्या है
- माइग्रेन एक न्यूरोलॉजिकल स्थिति है जिसमें सिर दर्द, मिचली, रोशनी और आवाज़ की संवेदनशीलता जैसी समस्याएँ होती हैं। यह अक्सर कम पहचाना जाता है, इसलिए लक्षण दिखें तो डॉक्टर से ज़रूर मिलें।
1 मेडिकल हिस्ट्री लेना
- डॉक्टर आपके लक्षणों और इतिहास के बारे में विस्तार से सवाल करेंगे।
- एक हेडेक जर्नल रखना फ़ायदेमंद होता है – कब दर्द हुआ, कितनी देर रहा, किस वजह से हुआ, सब लिखें।
- डॉक्टर पूछ सकते हैं: लक्षण कितने समय से हैं, कितने गंभीर हैं, किस हिस्से में दर्द है, क्या परिवार में किसी को माइग्रेन है, क्या कोई दवा या ड्रग्स ले रहे हैं।
2 शारीरिक जांच फिज़िकल एग्ज़ाम
- आँख और नाक की जाँच संक्रमण के लिए।
- सिर पर चोट या सूजन की जाँच।
- गले और गर्दन में दर्द या जकड़न की जाँच।
- दिल की धड़कन, ब्लड प्रेशर, तापमान आदि मापना।
3 न्यूरोलॉजिकल एग्ज़ाम
- दिमाग और नसों की स्थिति देखने के लिए।
- याददाश्त और भाषा की क्षमता पर छोटे टेस्ट।
- आँखों की हरकत और सूजन की जाँच।
- मांसपेशियों की ताकत और मूवमेंट की जाँच।
- बैलेंस और रिफ़्लेक्स टेस्ट।
- त्वचा की संवेदनशीलता गरम, ठंडा, दर्द की जाँच।
4 इमेजिंग टेस्ट जरूरत पड़ने पर
- CT स्कैन दिमाग में ट्यूमर, ब्लीडिंग या स्ट्रोक देखने के लिए।
- MRI स्कैन दिमाग की गहरी जाँच, सूजन, ट्यूमर या इन्फेक्शन देखने के लिए।
5 निदान के मानक डायग्नॉस्टिक क्राइटेरिया
- 5 से अधिक माइग्रेन एपिसोड का इतिहास या महीने में 14 से ज़्यादा दिन दर्द होना।
- 4 से 72 घंटे तक चलने वाला दर्द।
- इन 4 में से कम से कम 2 लक्षण
- धड़कन जैसा सिर दर्द
- सिर के एक ही तरफ दर्द
- मध्यम से गंभीर दर्द
- शारीरिक गतिविधि से दर्द बढ़ना
- इन 3 में से कम से कम 1 लक्षण
- मिचली या उल्टी
- रोशनी से तकलीफ़
- आवाज़ से तकलीफ़
6 सही समय पर डॉक्टर से सलाह लें
- जब सिरदर्द पहले से अलग लगे या ज्यादा बार हो।
- जब सिरदर्द के साथ कमजोरी बोलने में दिक्कत जैसी समस्याएँ हों।
- सही निदान से सही इलाज शुरू किया जा सकता है।
7 जीवन की गुणवत्ता बेहतर बनाएं
- माइग्रेन को पहचानकर और डॉक्टर की सलाह लेकर आप लक्षणों को कम कर सकते हैं।
- सही उपचार से माइग्रेन की आवृत्ति और गंभीरता कम होती है और जीवन आसान बनता है।
सकारात्मक सलाह
- अगर आप माइग्रेन के लक्षण महसूस कर रहे हैं तो इसे नज़रअंदाज़ न करें। समय पर पहचान और इलाज से आप फिर से स्वस्थ और सक्रिय जीवन जी सकते हैं।
Read More: सकारात्मक शीर्षक: 6 अहम बातें: सिरदर्द की जाँच कैसे की जाती है