
स्पोर्ट्स ब्रा: सहारा या समस्या?
नई रिसर्च बताती है कि ज़्यादा सपोर्ट देने वाली स्पोर्ट्स ब्रा कैसे आपकी रीढ़ की हड्डी पर दबाव डाल सकती है, और सही ब्रा चुनने के लिए क्या ध्यान रखें।
Contents
स्पोर्ट्स ब्रा: सहारा या समस्या?
आज की फिटनेस-फ्रेंडली दुनिया में स्पोर्ट्स ब्रा हर वर्कआउट का ज़रूरी हिस्सा बन चुकी है। महिलाएं इसे सिर्फ आराम के लिए नहीं, बल्कि आत्मविश्वास के लिए भी पहनती हैं। लेकिन हाल ही में आई एक रिसर्च ने इस कॉमन वर्कआउट गारमेंट पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
यूरोपियन जर्नल ऑफ स्पोर्ट साइंस में प्रकाशित एक अध्ययन के मुताबिक, जो स्पोर्ट्स ब्रा पूरी तरह से ब्रेस्ट मूवमेंट को रोक देती हैं, वे अनजाने में पीठ पर ज़्यादा दबाव डाल सकती हैं।
इस स्टडी में केवल एक महिला को तीन प्रकार की ब्रा पहनाकर दौड़ाया गया—बिना ब्रा, सामान्य ब्रा और हाई-सपोर्ट स्पोर्ट्स ब्रा। इसके बाद कंप्यूटर मॉडलिंग के ज़रिए पाया गया कि अत्यधिक टाइट ब्रा पीठ की मांसपेशियों और जोड़ों पर अतिरिक्त दबाव डालती है।
1. हाई-सपोर्ट स्पोर्ट्स ब्रा से रीढ़ पर दबाव क्यों बढ़ता है?
स्पोर्ट्स ब्रा का मुख्य उद्देश्य ब्रेस्ट मूवमेंट को कम करना होता है ताकि वर्कआउट के दौरान असहजता ना हो। लेकिन नई डिज़ाइनों में इस मूवमेंट को पूरी तरह रोकने की होड़ लग गई है।
स्टडी के प्रमुख लेखक क्रिस मिल्स, जो यूनिवर्सिटी ऑफ पोर्ट्समाउथ में बायोमैकेनिक्स के विशेषज्ञ हैं, कहते हैं:
“जब ब्रेस्ट पूरी तरह स्थिर रहती हैं, तो वह ऊर्जा जो पहले टिशूज़ सोखते थे, अब रीढ़ की हड्डी पर पड़ने लगती है।”
मतलब, अगर ब्रेस्ट मूवमेंट नहीं होगा, तो आपकी पीठ की मांसपेशियों को ज़्यादा काम करना पड़ेगा, जिससे पीठ दर्द हो सकता है।
2. क्या बिना ब्रा दौड़ना बेहतर है?
बिलकुल नहीं। रिसर्च यह नहीं कहती कि ब्रा पहनना बंद कर दें। बिना ब्रा के वर्कआउट करना, खासकर बड़े ब्रेस्ट वाली महिलाओं के लिए, असहज और नुकसानदायक हो सकता है।
डॉ. सुसन एल. सकोलोव्स्की, यूनिवर्सिटी ऑफ ओरेगन की स्पोर्ट्स प्रोडक्ट डिज़ाइन एक्सपर्ट कहती हैं:
“सही ब्रा पहनना सिर्फ शारीरिक सपोर्ट नहीं, बल्कि आत्मविश्वास भी देता है।”
3. ज़्यादा टाइट ब्रा के अन्य नुकसान
- सांस लेने में कठिनाई: ज़्यादा फैब्रिक और कसाव आपकी छाती के फैलाव को सीमित कर सकता है।
- पसीना रोकना: भारी सपोर्ट वाली ब्रा कम वेंटिलेशन देती हैं, जिससे पसीना जल्दी सूख नहीं पाता।
- त्वचा पर जलन: टाइट ब्रा और मूवमेंट के कारण चफिंग यानी रगड़ से स्किन इरिटेशन हो सकती है।
4. क्या इस पर और रिसर्च की ज़रूरत है?
जी हां। इस रिसर्च में सिर्फ एक महिला को शामिल किया गया था।
डॉ. रैडज़ैक, जो यूनिवर्सिटी ऑफ नेवादा की काइन्सियोलॉजी प्रोफेसर हैं, कहती हैं:
“ये एक शुरुआती झलक है, अंतिम निष्कर्ष नहीं।”
इसलिए सभी महिलाओं को घबराने की ज़रूरत नहीं है, बल्कि समझदारी से अपनी ब्रा का चुनाव करना ज़रूरी है।
5. कैसे चुनें सही स्पोर्ट्स ब्रा?
✅ ट्राई करें और महसूस करें:
ब्रांड और कीमत से ज़्यादा ज़रूरी है कि ब्रा आपके शरीर को कैसा महसूस करवा रही है।
- दौड़ें, उछलें – देखें बाउंस कंट्रोल कैसा है।
- कप स्पिलेज तो नहीं हो रहा?
- स्ट्रैप और बैंड बहुत टाइट तो नहीं?
✅ फिटिंग हो “सेकंड स्किन” जैसी:
ब्रा इतनी आरामदायक होनी चाहिए कि लगे ही नहीं कि कुछ पहना है।
सांस लेने, हाथ घुमाने, घूमने में कोई रुकावट ना हो।
✅ ध्यान रखें मेंटेनेंस पर:
- ब्रा को ठंडे पानी में माइल्ड डिटर्जेंट से धोएं।
- ड्रायर से बचें, हैंग ड्राई करें।
- अगर स्पैन्डेक्स ढीली पड़ने लगे, और बाउंस कंट्रोल कम हो जाए, तो समय है नई ब्रा लेने का।
निष्कर्ष: संतुलन ही है असली समाधान
सही स्पोर्ट्स ब्रा न केवल ब्रेस्ट को सहारा देती है बल्कि आत्मविश्वास और परफॉर्मेंस को भी बढ़ाती है।
लेकिन अगर आप ज़रूरत से ज़्यादा टाइट ब्रा पहन रही हैं, तो यह आपकी पीठ के लिए नुकसानदायक हो सकती है।
इसलिए, ब्रा खरीदते समय ‘जितना टाइट, उतना अच्छा’ वाला माइंडसेट बदलना होगा।
अपनी बॉडी की सुनें, अलग-अलग स्टाइल्स ट्राई करें, और वही ब्रा चुनें जो सपोर्टिव हो, लेकिन आपको कैद ना करे।
आपका फिटनेस सफर तब ही सफल है जब आप अपने शरीर का ध्यान रखें — अंदर और बाहर, दोनों से।
और एक सही स्पोर्ट्स ब्रा उसी का एक अहम हिस्सा है।
अगर आपको यह जानकारी उपयोगी लगी, तो इसे ज़रूर शेयर करें और अगली बार स्पोर्ट्स ब्रा खरीदने से पहले इसे दोबारा पढ़ना न भूलें!
Read More: 7 कारण क्यों नींद को सुबह की एक्सरसाइज़ पर प्राथमिकता देना चाहिए