
आपकी दिल की धड़कन
अपने दिल की धड़कन को समझें और रखें इसे फिट
आपकी दिल की धड़कन पर ध्यान क्यों दें
- हमारी दिल की धड़कन से हमारे स्वास्थ्य के बारे में बहुत कुछ पता चलता है
- यह हर व्यक्ति में अलग अलग हो सकती है और एक ही व्यक्ति में भी अलग परिस्थितियों में बदल सकती है
रेस्टिंग हार्ट रेट क्या है
- सामान्य स्थिति में दिल की धड़कन 60 से 100 प्रति मिनट होनी चाहिए
- यह उम्र, जेनेटिक्स, एक्सरसाइज़ की आदत, बाहर का तापमान और आपकी भावनाओं पर भी निर्भर करती है
- बहुत अधिक फिट एथलीट का रेस्टिंग हार्ट रेट 60 से भी कम हो सकता है
एक्सरसाइज़ के समय दिल की धड़कन कैसी होनी चाहिए
- एक्सरसाइज़ करते समय दिल की धड़कन बढ़ना सामान्य है
- मैक्सिमम हार्ट रेट = 220 – आपकी उम्र
- टार्गेट हार्ट रेट = मैक्सिमम का 50% से 70% मॉडरेट एक्टिविटी या 70% से 85% जोरदार एक्टिविटी
- उदाहरण 30 साल के व्यक्ति का मैक्सिमम हार्ट रेट 190 होगा और टार्गेट हार्ट रेट 95–160 के बीच होना चाहिए
दिल की धड़कन कैसे चेक करें
- सबसे आसान तरीका है अपनी उंगलियों से पल्स महसूस करना
- पल्स जांचने के स्थान गर्दन के किनारे, कलाई के अंदर, कोहनी के पास या पैरों के ऊपर
- 1 मिनट का टाइमर लगाकर धड़कन गिनें
स्मार्टवॉच का उपयोग करें पर सावधानी रखें
- स्मार्टवॉच से दिल की धड़कन देख सकते हैं पर हर बार उन पर भरोसा न करें
- कसरत करते समय अपने शरीर की प्रतिक्रिया पर भी ध्यान दें
कब सतर्क हों
- यदि आराम के समय दिल बहुत तेज़ धड़क रहा हो या बहुत धीमा हो ध्यान दें
- चक्कर आना, सीने में दर्द, सांस फूलना या दिल की धड़कन लंबे समय तक सामान्य न होना डॉक्टर से तुरंत सलाह लें
- दिल की धड़कन कभी कभी असमान हो सकती है लगातार परेशानी हो तो जांच ज़रूरी है
आदत बनाएं
- समय समय पर अपनी दिल की धड़कन चेक करें और उसे नोट करें
- कोई भी असामान्यता महसूस हो तो डॉक्टर से सलाह लेने में देर न करें
Read More: 7 आसान और असरदार टिप्स – फल और सब्ज़ियाँ धोना क्यों ज़रूरी है?