Global Health Advice

Trusted Health Guidance, Anytime, Anywhere.

योनि यीस्ट संक्रमण से जुड़ी जरूरी बातें जो हर महिला को जाननी चाहिए

योनि यीस्ट संक्रमण

योनि यीस्ट संक्रमण — जिसे मेडिकल भाषा में वजाइनल कैंडिडायसिस कहा जाता है — हर साल लाखों महिलाओं को प्रभावित करता है, लेकिन इसके बारे में खुलकर बात करना अब भी आम नहीं है।


हर साल अमेरिका में लगभग 14 लाख महिलाएं इलाज के लिए डॉक्टर से मिलती हैं, जिससे यह बैक्टीरियल संक्रमण के बाद दूसरा सबसे आम योनि संक्रमण है।

हालाँकि ये संक्रमण असहज और कभी-कभी बार-बार होने वाला हो सकता है, अच्छी बात यह है कि इसे पहचानना, इलाज करना और रोकना आमतौर पर आसान होता है — अगर आप सही जानकारी रखें।

यहाँ हम आपके लिए लाए हैं इस संक्रमण से जुड़ी 10 सबसे जरूरी बातें, जो हर महिला को पता होनी चाहिए।

योनि यीस्ट संक्रमण क्या होता है?

यह संक्रमण तब होता है जब एक प्रकार का फंगस जिसे कैंडिडा एल्बिकेन्स कहा जाता है — जो सामान्य रूप से शरीर में मौजूद होता है — योनि में अनियंत्रित रूप से बढ़ने लगता है
इसके कारण खुजली, जलन, और डिस्चार्ज जैसी समस्याएँ होती हैं।

इसके लक्षण: किन संकेतों को नजरअंदाज न करें

सामान्य लक्षणों में शामिल हैं:

  • योनि या वल्वा में तेज़ खुजली और जलन
  • सफेद, गाढ़ा, लंपी डिस्चार्ज (जो अक्सर पनीर जैसा लगता है)
  • पेशाब या संभोग के दौरान जलन
  • ज्यादा गंभीर मामलों में लालिमा, सूजन, या स्किन में दरारें

ध्यान रखें: ये लक्षण अन्य संक्रमण जैसे बैक्टीरियल वेजिनोसिस या एसटीआई जैसे लग सकते हैं, इसलिए स्व-उपचार करने की बजाय डॉक्टर से मिलें

बार-बार संक्रमण होना: यह संकेत हो सकता है

करीब 5–9% महिलाएं साल में चार या अधिक बार यीस्ट संक्रमण का अनुभव करती हैं।
यह किसी गंभीर स्वास्थ्य समस्या जैसे डायबिटीज या कमजोर इम्यून सिस्टम का संकेत हो सकता है।

जांच कैसे की जाती है?

डॉक्टर आमतौर पर:

  • लक्षणों के बारे में पूछते हैं
  • वजाइनल और वल्वर एरिया की जांच करते हैं
  • योनि स्राव का नमूना लेकर टेस्ट करते हैं

अगर संक्रमण बार-बार हो रहा हो या लक्षण गंभीर हों, तो और जांच की जा सकती है।

इलाज: कुछ ही दिनों में राहत

योनि यीस्ट संक्रमण का इलाज एंटीफंगल दवाओं से किया जाता है, जैसे:

  • क्रीम या सपोसिटरी (जो योनि में डाली जाती है)
  • मुँह से ली जाने वाली गोलियाँ, जैसे फ्लुकोनाज़ोल (Diflucan)

इलाज आमतौर पर 1 से 7 दिन तक चलता है। बार-बार होने वाले संक्रमण में इलाज छह महीने तक भी चल सकता है।

कारण और जोखिम: कौन सी बातें संक्रमण को बढ़ावा देती हैं?

संक्रमण को बढ़ाने वाले कारणों में शामिल हैं:

  • गर्भावस्था
  • डायबिटीज
  • एंटीबायोटिक दवाएं
  • हार्मोनल गर्भनिरोधक
  • तनाव और नींद की कमी
  • सुगंधित हाइजीन उत्पाद
  • कॉन्ट्रासेप्टिव डिवाइस (जैसे IUD, स्पंज)

बचाव: सावधानियां जो आपको संक्रमण से बचा सकती हैं

आप निम्नलिखित आदतों से संक्रमण का खतरा कम कर सकती हैं:

  • डाउचिंग और सुगंधित उत्पादों से बचें
  • गीले कपड़े या स्विमसूट को लंबे समय तक न पहनें
  • ब्लड शुगर को नियंत्रित रखें
  • सिर्फ जरूरत पर ही एंटीबायोटिक लें
  • सूती और ढीले कपड़े पहनें

संबंधित स्वास्थ्य समस्याएं

बार-बार यीस्ट संक्रमण होना निम्नलिखित बीमारियों से जुड़ा हो सकता है:

  • डायबिटीज: खासकर अगर ब्लड शुगर कंट्रोल में न हो
  • एचआईवी/एड्स: कमज़ोर इम्यून सिस्टम के कारण संक्रमण की आशंका बढ़ जाती है
  • दीर्घकालिक तनाव या बीमारी

बिना जांच के इलाज न करें

क्योंकि यीस्ट संक्रमण के लक्षण कई अन्य बीमारियों जैसे दिख सकते हैं, बिना पुष्टि किए इलाज करना लक्षणों को और बढ़ा सकता है
गलत दवा से न सिर्फ इलाज में देरी होगी, बल्कि आपकी परेशानी भी बढ़ सकती है।

अच्छी खबर: इसका इलाज संभव है

हालांकि यीस्ट संक्रमण असहज होता है, लेकिन इसे आसानी से ठीक किया जा सकता है
अधिकतर महिलाएं इलाज शुरू करने के कुछ ही दिनों में राहत महसूस करती हैं
अगर लक्षण ठीक न हों, तो अतिरिक्त इलाज की जरूरत हो सकती है।

अंत में: अपने शरीर को जानिए, अपनी सेहत का ध्यान रखिए

योनि स्वास्थ्य को लेकर खुलकर बात करना जरूरी है।
अगर आपको कोई असहजता महसूस हो रही है, तो डॉक्टर से सलाह लें
सही जानकारी और कुछ आसान आदतों से आप यीस्ट संक्रमण से बचाव और इलाज — दोनों कर सकती हैं।

क्योंकि हर महिला को हक है कि वह अपने शरीर में सहज और सुरक्षित महसूस करे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *