
हथेलियों के पसीने
जब हाथों का पसीना बने परेशानी, तो अपनाएं ये उपाय
हथेलियों के पसीने का समाधान
एंटीपर्सपिरेंट्स का उपयोग करें
- डिओडोरेंट्स के विपरीत, एंटीपर्सपिरेंट्स पसीने की ग्रंथियों को बंद करके काम करते हैं।
- इसमें एलुमिनियम क्लोराइड और सैलिसिलिक एसिड जैसे तत्व होते हैं जो पसीना रोकते हैं।
- हल्के मामलों में नियमित फार्मूला और ज़्यादा पसीने के लिए क्लीनिकल स्ट्रेंथ वाले उत्पाद जैसे Carpe, Duradry आदि फायदेमंद हो सकते हैं।
एंटीपर्सपिरेंट्स लगाने के टिप्स:
- रोज़ रात को लगाएं जब तक पसीना कम न हो जाए, फिर हफ्ते में 1-2 बार।
- साफ और सूखी हथेलियों पर लगाएं।
- जलन वाली त्वचा पर न लगाएं।
- 6-8 घंटे बाद धोएं।
प्रिस्क्रिप्शन दवाएं
- OTC दवाएं असर न करें तो डॉक्टर से Drysol जैसी दवाएं ली जा सकती हैं।
- एंटीकोलिनर्जिक्स: पसीना बनाने वाली ग्रंथियों को रोकते हैं।
- बीटा-ब्लॉकर्स: हृदय गति धीमी कर तनाव कम करते हैं, जिससे पसीना घटता है।
- बेंजोडायजेपिन्स: तनाव और चिंता कम करके पसीने में राहत देते हैं।
सर्जरी और उपचार प्रक्रियाएं
आयोनटोफोरेसिस
- हाथों को पानी से भरी ट्रे में डालकर हल्का करंट दिया जाता है।
- सप्ताह में 3-4 बार से शुरू कर हर 1-4 हफ्तों में इलाज।
- 81% लोगों को सुधार मिलता है।
बोटॉक्स इंजेक्शन
- पसीने को रोकने वाले नर्व सिग्नल को ब्लॉक करता है।
- 80-90% तक असरदार, 4-12 महीनों तक असर।
- साइड इफेक्ट्स: हल्का दर्द, सूजन, हाथों में कमजोरी।
एंडोस्कोपिक थोरासिक सिम्पेथेक्टॉमी (ETS)
- गंभीर मामलों में नसों को काटने या क्लिप करने की सर्जरी।
- 84% लोगों में जीवन गुणवत्ता में सुधार।
- 90% मामलों में compensatory sweating (दूसरी जगह पसीना बढ़ना) हो सकता है।
नए और उभरते उपचार
- BoNTA-कोटेड माइक्रोनीडल्स: दर्द रहित सुई से बोटॉक्स देना।
- लेज़र असिस्टेड टॉपिकल बोटॉक्स: त्वचा की अब्जॉर्प्शन बढ़ाना।
- रेडियोफ्रिक्वेंसी नर्व ट्रीटमेंट्स: नसों की सक्रियता को बाधित करना।
- अल्ट्रासाउंड-गाइडेड नर्व ब्लॉक्स: अस्थायी रूप से ओवरएक्टिव नसों को रोकना।
मानसिक स्वास्थ्य और जीवनशैली
- एंग्जायटी और सामाजिक संकोच में मनोवैज्ञानिक सलाह फायदेमंद होती है।
- तनाव और डर को पहचानें, ध्यान, मेडिटेशन अपनाएं।
- हमेशा साथ रखें: एंटीपर्सपिरेंट वाइप्स, सूखे कपड़े, ग्लव्स या कीबोर्ड कवर।
- हल्के, सांस लेने योग्य कपड़े पहनें।
- ट्रिगर से बचें: मिर्चीदार खाना, कैफीन, शराब, सिगरेट, नमक, शक्कर आदि।
पामर हाइपरहाइड्रोसिस का निदान
- डॉक्टर आपकी मेडिकल हिस्ट्री लेकर पूछ सकते हैं:
- कब और कैसे पसीना आता है?
- परिवार में किसी को है क्या?
टेस्ट्स:
- ब्लड टेस्ट
- ग्रेविमेट्रिक टेस्ट (गौज़ से पसीना मापना)
- स्टार्च-आयोडीन टेस्ट (जहाँ पसीना होता है वो हिस्सा बैंगनी हो जाता है)
- थर्मोरेगुलेटरी टेस्ट (पाउडर का रंग बदलना)
प्राइमरी हाइपरहाइड्रोसिस के संकेत:
- दोनों हाथों में पसीना
- पारिवारिक इतिहास
- 25 साल से पहले शुरू
- नींद में पसीना नहीं आता
पसीने वाले हाथों के साथ जीना
- रोज़मर्रा के काम जैसे लिखना, मोबाइल चलाना, हैंडशेक करना प्रभावित होते हैं।
- आत्मविश्वास और सामाजिक जीवन पर असर पड़ता है।
- आधे से ज्यादा लोग इलाज में 10 साल से ज़्यादा का विलंब करते हैं।
- डॉक्टर से सलाह लेकर सही इलाज शुरू करना बहुत जरूरी है।
डिस्क्लेमर
- यह जानकारी केवल शिक्षात्मक उद्देश्य के लिए है।
- कृपया किसी भी इलाज या दवा को अपनाने से पहले डॉक्टर से सलाह लें।
- सभी उपचार सभी व्यक्तियों के लिए समान रूप से असरदार नहीं हो सकते।
- उपर्युक्त जानकारी में बदलाव चिकित्सा प्रगति के साथ संभव है।
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