
मल में खून
स्वस्थ जीवन के लिए समय पर पहचान और इलाज है जरूरी
मल में खून दिखना क्यों होता है?
- बवासीर (Piles/Hemorrhoids) – मल त्याग के समय खून आ सकता है
- कठोर मल (Hard Stool) – मल ज्यादा सख्त हो तो गुदा में चोट लग सकती है
- एनल फिशर (Anal Fissures) – गुदा में छोटी दरारें खून का कारण बन सकती हैं
- आहार (Diet) – चुकंदर, ब्लैकबेरी, या ब्लूबेरी जैसे खाद्य पदार्थ भ्रम पैदा कर सकते हैं
- आंतों की सूजन (IBD) – क्रोन्स रोग और अल्सरेटिव कोलाइटिस जैसे रोग
- डायवर्टिकुलर डिजीज – बड़ी आंत में छोटे पाउच बनने से खून आ सकता है
- पेट में अल्सर (Stomach Ulcers) – ऊपरी पाचन तंत्र में खून बह सकता है
- कोलन कैंसर (Colorectal Cancer) – सबसे गंभीर कारणों में से एक
खून कैसा दिख सकता है?
- चमकीला लाल रंग – निचले पाचन तंत्र से खून
- काला, टार जैसा मल (Melena) – ऊपरी पाचन तंत्र से खून
- टॉयलेट पेपर या कमोड में खून दिखना – सतर्क होने का संकेत
कब सोचना चाहिए कि यह कैंसर हो सकता है?
- मल में खून लगातार दिखता हो
- बवासीर का इलाज करवा चुके हों, पर स्थिति ना सुधरी हो
- खून के साथ ये लक्षण हों:
- पेट दर्द
- मल त्याग में बदलाव
- थकावट
- अनचाहा वजन घटाना
जांच कब और क्यों करवाएं?
- 45 साल की उम्र के बाद नियमित कोलोनोस्कोपी
- स्टूल टेस्ट – मल में छिपे खून की पहचान
- अगर हर बार मल त्याग में खून आता है, तो तुरंत डॉक्टर से मिलें
किन लक्षणों के साथ डॉक्टर के पास जरूर जाएं?
- पेट दर्द
- मल के रंग में बदलाव
- मल त्याग में दर्द
- अचानक वजन कम होना
- ब्लड प्रेशर गिरना
- शौच पर नियंत्रण न रहना
क्यों ज़रूरी है समय पर इलाज?
- कोलन कैंसर में ट्यूमर के साथ खून की नसें विकसित होती हैं
- जैसे-जैसे ट्यूमर बढ़ता है, खून बहने की संभावना बढ़ती है
- खून लगातार बह सकता है और आंतों को नुकसान पहुँचा सकता है
डॉक्टर क्या कहते हैं?
- “हर बार मल में खून आना गंभीर संकेत हो सकता है” — डॉ. ज़ुरी मुरेल
- “अगर बवासीर का इलाज असर नहीं करता तो कैंसर की जांच कराएं” — डॉ. जिया
- “डॉक्टर से बात करने में संकोच न करें — कैंसर जल्दी पकड़ा गया तो पूरी तरह से ठीक हो सकता है”
संक्षेप में
- मल में खून दिखना सामान्य भी हो सकता है और गंभीर भी
- लक्षणों को नज़रअंदाज़ करना खतरनाक है
- समय रहते जांच और इलाज से कोलन कैंसर पूरी तरह ठीक हो सकता है
- अपने स्वास्थ्य के लिए जागरूक रहें और ज़रूरत पड़ने पर दोबारा डॉक्टर से मिलें