
गर्भाशय कैंसर के लक्षण
गर्भाशय कैंसर को समय पर पहचानना और इलाज कराना ज़िंदगी बचा सकता है। आइए जानते हैं इसके शुरुआती और देर से दिखने वाले लक्षणों के बारे में विस्तार से।
गर्भाशय कैंसर क्या है
- गर्भाशय में कोशिकाएँ अनियंत्रित रूप से बढ़ने लगती हैं
- सबसे आम प्रकार एंडोमेट्रियल कैंसर है जो गर्भाशय की आंतरिक परत में शुरू होता है
- समय पर पहचान से इलाज आसान हो जाता है
शुरुआती लक्षण
- अनियमित योनि से रक्तस्राव – पीरियड्स के बीच में या मेनोपॉज़ के बाद खून आना
- असामान्य योनि स्राव – खून मिश्रित बदरंग बदबूदार या पस जैसा दिखना
- दर्द और दबाव – निचले पेट या पेल्विक क्षेत्र में दर्द भारीपन या सूजन महसूस होना
- पेशाब में परेशानी – पेशाब करते समय दर्द या बार बार पेशाब की इच्छा होना
अनियमित योनि से रक्तस्राव के संकेत
- मेनोपॉज़ के बाद हल्का भी रक्तस्राव सामान्य नहीं है
- ज्यादा या बीच में होने वाला पीरियड भी संकेत हो सकता है
असामान्य स्राव के संकेत
- रंग बदलना लाल गुलाबी सफेद या भूरा
- खून का होना या बदबू आना
- डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें
देर से दिखने वाले लक्षण
- पेट में पानी भरना और सूजन
- पेट और आंतों में परेशानी जैसे कब्ज या दस्त
- बार बार पेशाब आना
- बिना कारण वजन कम होना और भूख कम लगना
कब डॉक्टर से मिलें
- मेनोपॉज़ के बाद किसी भी प्रकार का रक्तस्राव
- लगातार असामान्य स्राव या दर्द
- शुरुआती जांच से इलाज की सफलता बढ़ जाती है
जांच कैसे होती है
- इतिहास और शारीरिक जांच – लक्षण और परिवार में इतिहास पूछना
- ट्रांसवेजाइनल अल्ट्रासाउंड – गर्भाशय की अंदरूनी जाँच
- एंडोमेट्रियल बायोप्सी – ऊतक का सैंपल लेकर जांच करना
त्वरित सारांश
- गर्भाशय कैंसर के शुरुआती लक्षणों में अनियमित रक्तस्राव असामान्य स्राव और पेल्विक दर्द शामिल हैं
- सबसे आम प्रकार एंडोमेट्रियल कैंसर है
- समय रहते लक्षण पहचानें और तुरंत डॉक्टर से सलाह लें
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