
खून वाली मल के 7 अहम कारण
खून वाली मल को नज़रअंदाज़ न करें। यह कई सामान्य कारणों से हो सकता है, लेकिन कभी‑कभी यह आंतों के कैंसर का भी संकेत हो सकता है। जल्दी पहचान से इलाज आसान है।
खून वाली मल के 7 अहम कारण
खून दिखने के आम कारण
- गुदा में दरार (Anal fissures)
- खाने में चुकंदर, जामुन, ब्लूबेरी जैसी चीज़ें
- डाइवर्टिकुलर बीमारी (कोलन में छोटी थैलियाँ बनकर उनमें से खून आना)
- ज़्यादा सख्त मल त्याग
- बवासीर (Hemorrhoids)
- इंफ्लेमेटरी बाउल डिज़ीज़ (Crohn’s या Ulcerative Colitis)
- पेट का अल्सर
खून कैसा दिख सकता है
- मल के अंदर लाल खून या टॉयलेट पेपर पर लाल निशान
- टॉयलेट में ताज़ा लाल खून दिखना – नीचे के हिस्से से खून आना
- काला, चिपचिपा मल (Melena) – ऊपर के हिस्से से खून आना
कैंसर के चेतावनी संकेत
- पेट में लगातार दर्द
- मल त्याग की आदतों में बदलाव
- थकान और कमज़ोरी
- बिना वजह वज़न कम होना
- लंबे समय तक ठीक न होने वाली बवासीर जैसी स्थिति
कब डॉक्टर से मिलें
- हर बार मल त्याग पर खून आना, चाहे मल सख्त हो या नरम
- 40 साल से ऊपर की उम्र में किसी भी तरह का मल में खून आना
- पेट में दर्द, रंग बदलता मल, वज़न कम होना, मल नियंत्रित न कर पाना
क्यों ज़रूरी है जांच
- मल में खून सीधे ट्यूमर से आ सकता है
- कैंसर बढ़ने पर खून ज़्यादा आता है क्योंकि उसमें बहुत रक्त वाहिकाएँ बनती हैं
- समय पर जांच से इलाज आसान और सफल हो सकता है
स्क्रीनिंग क्यों ज़रूरी
- 45 वर्ष की उम्र से कोलोनोस्कोपी और स्टूल टेस्ट करवाना चाहिए
- ये टेस्ट कैंसर को शुरुआती अवस्था में पकड़ लेते हैं
याद रखें – जल्दी पहचान, पक्का इलाज
- शर्म या डर से लक्षण छुपाना ठीक नहीं
- सही समय पर इलाज कराने से आंतों का कैंसर पूरी तरह ठीक हो सकता है
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